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शनिवार, 1 जून 2019

स्थानीय कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर

विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी द्वारा पुरे देश में विविध गतिविधियाँ चलाई जा रही है, जिसका उद्देश्य "मनुष्य निर्माण के द्वारा राष्ट्र पुनःरुत्थान है। स्वामी विवेकनन्द कहते है, "मेरा विश्वास युवा पीढ़ी में है, आधुनिक पीढ़ी, उनके अंदर से मेरे कार्यकर्ता बाहर आएंगे i वे पूरी समस्या का हल शेरों की तरह कर देंगे।" 

स्वामी विवेकनन्द ने बताये ऐसे युवा भाई एवं बहन कार्यकर्ता को प्रशिक्षित करने के लिए विवेकानन्द केन्द्र विविध स्तर पर "कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर" का आयोजन करता है। इस प्रशिक्षण शिविर में युवा भाई एवं बहन योगाभ्यास, श्रमानुभव, बौद्धिक सत्र, मंथन-चर्चा, प्रार्थना, मन्त्राभ्यास, भजन जैसे विविध प्रशिक्षण द्वारा अनुशाशन बध्ध बनकर, स्व-परिवर्तन का अनुभव करते है। और हमारे सामान-राष्ट्र की अमूल्य सम्पति बनाते है, इस अर्थ में यह शिविर एक राष्ट्र-यज्ञ है।

इस ग्रीष्म कालीन अवकाश में 8 से 13 जून में ऐसी ही एक स्थानीय कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर का आयोजन, रामकृष्ण तपोवनम आश्रम, साधुपुल में आयोजित होने जा रहा है। 

To Participate Call : 98579-56100

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शुक्रवार, 1 दिसंबर 2017

Gita Jayanti

Gita Jayanti Celebration by Vivekananda Kendra, Shimla Branch on 10th December 2017 from 2pm at Vivekananda Kendra, Nabha Estate, Shimla-171004

Venue : Vivekananda Kendra Shimla Branch
Date : 10th December 2017, Sunday
Time : 2pm to 4pm

सोमवार, 5 सितंबर 2016

बौद्धिक प्रतियोगिता एवं युवा प्रेरणा शिविर

स्वामी विवेकानन्द के 11 सितम्बर 1893 के “विश्व विजयी भाषण” के द्वारा विश्वको दिया गया “बन्धुत्व” का संदेश पूरे विश्वमें “विश्व बन्धुत्व दिवस” के रूप में मनाया जा रहा है।विवेकानन्द केन्द्र भी हर साल इस समारोह को मनाता है। इस अवसर को ध्यान में लेते हुए विवेकानन्द केन्द्र, कन्याकुमारी - शाखा शिमला द्वारा स्वामी विवेकानन्द बौद्धिक प्रतियोगिता का अायोजन किया गया। जीसमें हिमाचल प्रदेश  विश्वविद्यालय के एवं राजीव गांधी महाविद्यालय के छात्रों एवं छात्राएँ प्रतिभागी बने।

प्रतियोगिता दो चरणो में अायोजित की गई। ईसके प्रथम चरण, दिनांक 3.09.2016, दिन शनिवार को स्वामी विवेकानन्द के जीवन पर अाधारित पुस्तक 'तेजस्वी जीवन' पर लिखित परीक्षा राजीव गांधी महाविद्यालय (कोटसेरा महाविद्यालय) में करायी गई। 

दुसरेे चरण के अन्तर्गत युवा  प्रेरणा शिविर का अायोजन दिनांक 4.09.2016, दिन रविवार को नाभा स्थित विवेकानन्द केन्द्र में किया गया। तीन धंटे के शिविर में प्रथम सत्र में परिचय तथा ज्ञानवर्धक एवं स्मृति विस्तारक खेल हुए। शिविरार्थी को तीन गणों (समूह) में विभाजित करते हुए, 'what is India?' (हम भारत को क्या समझते है?), ईस विषय पर चिंतन-मंथन हुअा। चाय के बाद के सत्र में इसी विषय को लेते हुए प्रत्येक गण के द्वारा सारगर्भित प्रस्तुतिकरण किया गया। इसके उपरांत स्वामी विवेकानन्द के जीवन के अादर्शों के माध्यम से राष्ट्रिय युवा दिवस की प्रासंगिकता को चलचित्र (Movie) के माध्यम से बाताया गया। प्रतियोगिता का सफल अयोजन राजीव गांधी महाविद्यालय के प्रधानाचार्य श्री राजा राम चौहान जी एवं दर्शन शास्त्र के प्राध्यापक श्री पंकज जी अौर विवेकानन्द केन्द्र के कार्यकर्ता के सहयोग से हुअा। 

प्रितयोगिता का परिणाम एवं पुरस्कार वितरण - विश्व बन्धुत्व दिवस के उपलक्ष्य में हो रहे कार्यक्रम 10-सितम्बर 2016 शनिवार मध्यान्ह के बाद  दोपहर 3.30 – 5.00  तक गेयटी थियेटर, शिमला में नागालैन्ड एवं मणिपूर के पूर्व महामहिम राज्यपालजी की उपस्थीति में होगा।

ईसमें अाप सब सादर अामंत्रित है।: विश्व बंधुत्व दिवस @शिमला

मंगलवार, 13 जनवरी 2015

Swami Vivekananda Jayanti Celebration

Swami Vivekananda Jayanti was celebrated on 12th January 2015 at Viveknanda Kendra, Shimla Branch at Nabha Estate, Shimla-171004.

Sanskar Varg Pramukh Shri Shivam Riya, enlighten Anandalaya & Samskar Varg Children with various message giving short stories from Life of Swami Vivekananda, which followed by a indoor games which inculcate the Team Spirit in Children. The program was started with 3 ॐ, prayers and a patriotic song.

Anandalaya & Samskar Varg are specially run for Children to inculcate the Moral Values, Patriotic feeling as well as Group Spirit, to build the character of the Children and be a pivotal point of the family, society, naiton.

शुक्रवार, 29 नवंबर 2013

Yoga Varg & Anandalaya resume from 7th December '13

Mid-term Exam has been started for the students & youth and also for teachers in Shimla, Himachal Pradesh.

It's collectively decided to have break during this busy days and resume the Yoga Varg & Anandalaya from 7th December 2013.


What is Yoga Varg :

Vivekananda Kendra's Shimla branch is regularly conducting the basic three ways, 
1) Samskar Varg for Children : age 8 to 14
2) Swadhyay Varg for Youth & Professionals
3) Yoga Varg for all people [Introductory Yoga Satra is recommended to attend] 

There is no fees to attend Yoga Varga, but  regularity  is required. 
=> A Yoga Satra can be organised at any location/society, for introduction of Yoga for group of 10+ persons, with nominal fee.

What is  Anandalaya : 

A special type of Sanskar Varg, which started by seeing the need of Shimla, which includes student from class 4 to 9.

This has been started for the needy student to help them in their studies but it's now expanded to all children of Surrounding area of VK Shimla.


  

गुरुवार, 29 अगस्त 2013

स्वामी विवेकानन्द के विचारों की प्रासांगीकता आज भी

14th अगस्त 2013, बुधवार : शिमला : विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी, शाखा शिमला एवं  भाषा एवं संस्कृति विभाग, हिमाचल प्रदेश के तत्वावधानमें  "स्वामी विवेकानन्द के विचारों की प्रासांगीकता आज भी" विषय पर आज हिमाचल स्टेट संग्रहालय के सभागृहमें  माननीय रेखादीदी, संयुक्त महासचिव, विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी द्वारा प्रवचन दिया गया।

माननीय रेखादीदी ने बताया जैसे स्वामी विवेकानन्दनें पुस्तकीय ज्ञानके साथ साथ प्रत्यक्ष भारत का अनुभव परिभ्रमण द्वारा लिया और तत्कालीन देशकी परिस्थिती और उसका हल ढुंढा, और देशको आत्म-सन्मान वापस लाने के लिए कार्य किया ऎसे ही हमे आज पूरे आत्मविश्वास के साथ परिस्थिती का सामना करना है। विवेकानन्दने बताया था, हमे स्वयं पर ओर ईश्वर पर विश्वास होना है। जो लक्ष्य लेते है उसे पुरा करे बगर रुकना नहीं हैं। स्वामीजी कि तरह ही भारत प्रेम एवं संवेदनशील होकर इस विराट-जनता-जनार्दनके लिए कार्य  करना है।

संस्कार मनुष्यको मनुष्य द्वारा ही प्राप्त होते है और मनुष्य का निर्माण चारित्रके निर्माण द्वारा ही संभव है। स्वामी विवेकानन्दकी वारणसी के बंदरो वाले वाक्या बताते हुए स्वामी विवेकानन्दका संदेश की समस्या से भागो नही, किन्तु समस्या का सामना करो, यही आजकी आवश्यक्ता हैं।

कार्यक्रम के अन्तमें श्रीमती कल्पनाजी, केन्द्र कार्यकर्ता द्वारा विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी का परिचय दिया गया। श्री नेगीजी, क्युरेटर, हिमाचल स्टेट संग्रहालय एवं श्री आशुतोषजी, सहसंयोजक, विवेकानन्द केन्द्र शिमला शाखा ने आभार प्रस्ताव दिया। कार्यक्रम का संचालन श्री हार्दिक ने कीया। कार्यक्रमके दौरान केन्द्र कार्यकर्ता द्वारा स्वामी विवेकानन्द एवं भारतीय संस्कृतिका बुक-स्टोलभी लगाया गया था।

मंगलवार, 13 अगस्त 2013

स्वामी विवेकानंद के विचारों की प्रासांगीकता आज भी : प्रबुद्ध गोष्ठी

विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी, शाखा शिमला एवं भाषा एवं संस्कृति विभाग, हिमाचल प्रदेश द्वारा संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है।

विषय : स्वामी विवेकानंद के विचारों की प्रासांगीकता आज भी

वक्ता : माननीय रेखादीदी, संयुक्त महासचिव, विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी

स्थान : हिमाचल प्रदेश संग्रहालय सभागृह, चौडा मेदान, शिमला-171004

समय : 14th अगस्त 2013 दोपहर 2:30 बजे

मंगलवार, 23 जुलाई 2013

गुरु पूर्णिमा उत्सव : शिमला

विवेकानन्द केंद्र कन्याकुमारी शिमला शाखा द्वारा गुरु पूर्णिमा का उत्सव दिनांक २२-जुलाई-२०१३, सोमवार सायं ६ बजे, राधा-कृष्ण मंदिर, नाभा एस्टेट, शिमला मे मनाया गया।

उत्सवका प्रारंभ 3 ॐ, शान्ति पाठ एवं गुरु स्तवन के साथ हुई। विवेकानन्द केन्द्र मे चल रहे
आनन्दालया एवं छात्रावास के बच्चो द्वारा भजन के भाव पूर्ण वातवरण निर्मिति के बाद मंदिर के पुजारी मा.श्री शंभुप्रसादजी द्वारा हमारी संस्कृतिमे सहस्त्राब्दीयों से चली आ रही गुरु-शिष्य परंपरा का अपने अस्खलित वाणी एवं मंत्रो द्वारा बताया। ऋषिकेशके राधाकृष्णा आश्रमसे शिमलामे चतुर्मासके लिए रुके हुए महात्माश्री नारायणस्वरुप ब्रह्मचारी ने कृष्ण और स्वामी विवेकानन्दके जीवन की घटनाओं के माध्यमसे गुरु-शिष्य के दृष्टांत दिए। उन्होने बताया की मा द्वारा ही हर एक मनुष्य जीवनका पहला पाठ पढ़ता है, और वच्चेको संस्कार अपने घर- मा-बाप से ही मिलता है। इसी लिए हम बडो का कर्तव्य है कि हम सद्साहित्य, सद्विचार एवं सदआचरण करे तभी अपने भावि पीढीमें नचिकेता, ध्रुव, प्रहलाद, शिवाजी, विवेकानन्द का अवतरण होंगा।

विवेकानन्द केन्द्र के जीवनव्रती संगठक हार्दिकजी ने, शिमला शाखा की गतिविधिओंका संक्षेप्तमें विवरण देते हुए, कहा की स्वामी विवेकानन्द द्वारा कहा गया ॐ का मंदिर -मिलन स्थलमें हम सहभागिता लेते हुए समाज को संगठीत करे और सकारत्मक समाज बनायें, उन्होंने  लोगो को प्रार्थना, योग, स्वाध्याय प्रवृतिमें भाग लेने हेतु आमंत्रित करते हुए "भगिनि निवेदीता पुस्तकालय" और केन्द्र मे चल रहे आनन्दालय, (play way learning) के बारे में जानकारी दी।

इस अवसर पर नाभा विस्तारके पार्षद मा. शशीशेखरजी उपस्थित रहे और कार्यक्रमके आखिर में लोगोको  मार्गदर्शन करते हुए बताया की हमे अच्छा मनुष्य बनना है, और सभी भेदभाव से उपर उठते हुए, अपने समाज के लिए कार्य करने के लिए आगे आना है। बच्चोको अच्छा मनुष्य - महान विचार वाले बनाने हेतु हम खुदतो विवेकानन्द केन्द्र जाये साथ में अपने बच्चे को नियमित रुप से भेजें।

बुधवार, 14 नवंबर 2012

कार्यशाला : स्वामी विवेकानन्द सार्ध शती समारोह


स्वामी विवेकानन्द का जन्म १२ जनवरी १९६३ को हुआ था। २०१३ में उसे १५० वर्ष (सार्ध शती) हो रहे हैं, जिसे विवेकानन्द केन्द्र, कन्याकुमारी “स्वामी विवेकानन्द सार्ध शती समारोह” समाज के विविध संगठनो के साथ, भारतकी सभी आध्यात्मिक शक्तिओका एकत्रिकरण द्वारा करने जा रहा है। यह कार्यक्रम १२ जनवरी २०१३ से १२ जनवरी २०१४ तक मनाया जायेंगा।

आने वाले वर्षभर चलने वाले कार्यक्रम का आयोजन – चर्चा के लिए शिमला जिल्ले के विविध संगठनोके १०० से भी अधिक कार्यकर्ताओके लिए एक दिन की कार्यशाला का आयोजन १८-नवम्बर: रविवार : सुबह १०:३० से दोपहर २:०० तक सरस्वती विध्यामंदिर, विकास नगर होने जा रहा हैं।

अगर आपभी विवेकानन्द केन्द्र, शिमला शाखा के माध्यमसे आने वाले वर्षमें सहयोग करना चाहते हैं तो कृपया नीचे दिए गये पर संपर्क करें।

दूरभाष : (०१७७)-२८३५९९४
चलित दूरभाष : ९४१८० ३६९९५, ९४१८० १५९९५
ई-मेल : shimla@vkendra.org

शुक्रवार, 26 अक्टूबर 2012

Camps at Kanyakumari

Vivekananda Kendra conducted two camps "Bharat Jago! Vishwa Jagao!!" - "भारत जागो! विश्व जगाओ!!" of 4 days each,  at Kanyakumari as preparation to celebrate Swami Vivekananda’s 150th year of Birth – Sardh Shati. About 1500 volunteer’s from 26 states and Union Territories  participated in these camps. More details can be seen on Vivekananda Kendra web site : http://www.vivekanandakendra.org and Celebration website of Swami VIvekananda 150th Birth Anniversary website : http://www.vivekananda150jayanti.org

From Shimla Branch, 3 volunteers participated in the camps at Kanyakumari. This is also one of the reason why our blog was not updated since last one month :) 

Report of Celebration of Universal Brotherhood Day

Arise! Awake!! Declamation Competition held successfully at S.D.High School, Ganj Bazar  on 8th September 2012 and the prize distribution ceremony held at Vivekananda Kendra, Nabha Estate, 9th September 2012 in presences of heavy rain.

Bhuvneshwar Sharma of Dayanand Arsh Vidyalaya, Tutu stood First, followed by Kirti Khanna of Dayanand Arsh Vidyalaya, New Shimla as Second & Yoginder Rawat of Rashtriya VIdya Kendra secure the Third position in Junior Group. While in Senior Group Manisha of Kendriya Vidyalaya, Jatog stood First, followed by Himanshu Sharma of  Dayanand Arsh Vidyalaya, New Shimla as Second & Hemlata of Sanathan Dharma Senior Secondary School secure Third position.

Shri Madan Sinh Rana,  Prof. RajeshKumar Sharma, Prof. GaneshDutt Sharma, Prof. MafatLal and Dr. Surendra Sharma gave their volunteer services as judges in the Arise! Awake!! Declamation Competition.

The prize distribution by Shri M. M. Grover in chair of Shri Nandlal Verma, Sanyojak of Vivekananda Kendra Shimla Branch. Shri AashutoshJi Agrawal, SahSanyojak of Vivekananda Kendra Shimla Branch focus on the  Swami Vivekananda work for Universal Brotherhood. And how he conquered the world with his majestic speech with logic in First World Parliament of Religion at Chicago, USA in 1893.

All the participants were given complimentary prize.  

Shri Subhas Chauhan,  Sanyojak of Vivekananda Kendra Shimla Branch present Vote of Thanks. The program was anchored by Student Volunteer Kum. Priyanka of RKMV college. 

मंगलवार, 21 अगस्त 2012

उठो! जागो!! भाषण प्रतियोगिता


स्वामी विवेकानन्द के ११ सितम्बर १८९३ के “विश्व विजयी भाषण” के द्वारा विश्वको दिया गया “बन्धुत्व” का संदेश पूरे विश्वमें “विश्व बन्धुत्व दिवस” के रूप में मनाया जा रहा है। विवेकानन्द केन्द्र भी हर साल इस समारोह को मनाता है। विवेकानन्द केन्द्र शिमला शाखा हर साल की तरह इस वर्ष भी  भिन्न  - भिन्न  विध्यालयों के मेघावी छात्र-छात्राओं की भाषण प्रतियोगिता का आयोजन कर रहा है, जिसका विवरण निम्न प्रकार है।

१. “उठो! जागो!!” भाषण प्रतियोगिता दो गटों में निर्धारित की गई है।
    गट : क्षा ८वीं, ९वीं और १०वीं                  गट : क्षा ११वीं और १२वीं

२. प्रतियोगिता सहभागी विद्यालय से प्रत्येक गट में २-२ (कुल ४) छात्र-छात्राओं को प्रवेश दिया जाएगा। प्रवेश नि:शुल्क है।

३. दोनों गटों के छात्र-छात्राओं को निम्नलिखित तीन विषयों में से एक विषय में ५ मिनिट में अपने विचार हिन्दी या अंग्रेजी में बिना पत्र पढें प्रस्तुत करने होंगे। 

गट १ : कक्षा ८वीं, ९वीं और १०वीं
गट २ : कक्षा ११वीं और १२वीं
१) बनो और बनाओ
    Be & Make
१) योग के द्वारा स्वस्थ समाज
    Physically & mentally Healthy Society through Yog
२) चरित्र निर्माण में परिवार की भूमिका
    Family involvement in Character Building
२) वर्तमान में नैतिक मूल्योंका ह्रास और मेरा कर्तव्य
    Moral devolution in current era & My Responsibility
३) क्या मैं स्वामीजी के उन पुत्रो में से एक हूँ? कैसे?
    Am I one of the Swamiji's Youth? How?
३) क्या मैं स्वामीजी के उन पुत्रो में से एक हूँ? कैसे?
    Am I one of the Swamiji's Youth? How?

४. “उठो! जागो!! भाषण प्रतियोगिता” दिनांक ८-सितम्बर २०१२, शनिवार को दिन में १२ से ४ बजे तक सनातन धर्म वरिष्ठ माध्यमिक विध्यालय, गंज बाजार, शिमला के सभागृह में होगी।
५. पुरस्कार वितरण ९ सितम्बर २०१२ रविवार मध्यान्ह के बाद विवेकनन्द केन्द्र, नाभा, शिमला में होगा।
६. हर गट में प्रथम तीन विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कार एवं सभी प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र एवं स्मारिका भेंट की जाएगी।
७. प्रथम आने वाले प्रतिभागियों की विध्यालयको "चलित पारितोषिक" (Running Trophy) दिया जायेगा।
८. नाम पंजीकृत करवाने की अन्तिम तिथि ६ सितम्बर २०१२ है। 
९. नाम पंजीकृत करवाने के लिए निम्नलिखित पते पर पत्र या ई-मेल भेजें।   
    पता : विवेकानन्द केन्द्र, नाभा एस्टेट, शिमला-१७१००४     
    दूरभाष:(0177)-2835995, 94180 36995, 94180 25221, 94180 15995.     
    ई-मेल : shimla [at] vkendra.org
Attachment : Click here to download School Letter


"Education is the manifestation of perfection already existing in man."
- Swami Vivekananda