11 सितम्बर 1893 का पावन दिन, शिकागो (अमेरिका) के आर्ट इंस्टिट्यूट में विश्व धर्म सभा और उस सभा में स्वामी विवेकानन्द जी का प्रथम भाषण| स्वामी जी के उस ऐतिहासिक भाषण से अपने महान भारत देश, यहाँ की सर्वसमावेशक हिन्दू संस्कृति और हिन्दू धर्म की विजय पताका विश्व मंच पर प्रतिष्ठापित होने के साक्षी बने, इस "विश्व बंधुत्व दिवस" को मनाते हुए, एक बार फिर भारत की युवा शक्ति के रक्त में उसी राष्ट्रीय स्वाभिमान की ज्वाला को जगाया जाना समय की मांग है । इसी निमित्त स्वामी विवेकानंद जी के 150वें जयंती वर्ष का सबसे बड़ा सामूहिक कार्यक्रम हमारे सामने है - भारत जागो दौड़ ।
स्वामी जी के सन्देश को पूरे वायुमंडल में गुंजायमान करते हुए, देश के हर जिला केंद्र पर 11 सितम्बर 2013,बुधवार को 18-40 वर्ष के युवक-युवतियां 2-3 किलोमीटर की इस दौड़ में हजारों की संख्या में दौड़ने वाले हैं !
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